जिस जिस्म को संवारा उमर भर!!'s image
Poetry1 min read

जिस जिस्म को संवारा उमर भर!!

शैलेंद्र शुक्ला " हलदौना"शैलेंद्र शुक्ला " हलदौना" May 13, 2022
Share0 Bookmarks 344 Reads1 Likes
कुछ नही जाता तेरे साथ साकी
राख को भी हवा उड़ा ले जाती है 
जिस जिस्म को संवारा उमर भर
उसको अपने ही सरे आम जलाते हैं 
शैलेंद्र शुक्ला "हलदौना"
ग्रेटर नोएडा (उoप्रo

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts