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अब जाकर असर दिखने लगा मेरे जख्मों का
देर से ही सही उनकी आंखों से खूं रिसने लगा
मुझको वो पहचानने से भी कर देता था इंकार
सुना है आज कल मेरे घर का पता पूछने है लगा
शैलेंद्र शुक्ला "हलदौना"
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