
Share0 Bookmarks 1168 Reads1 Likes
हजारों मंदिर तोड़ कर जिसने मस्जिद बनाई
आज सबका एक बार फिर से हिसाब होगा
औरंगजेब को हजरत आलमगीर कहने वालों
जिस तरह मांझी में रोए होंगे हमारे लाखों बुजुर्ग
तुम उन आंसुओं को सूत समेत चुकाना होगा
शैलेंद्र शुक्ला"हलदौना"
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments