Share0 Bookmarks 45130 Reads0 Likes
मन के कोमल भावों को सुदृढ़ बनाता
अपने अनुपम यत्न से उनको सजाता।।
जिंदगी की राह के, दुर्गम पथों पर
कदमों को बढ़ने की है युक्ति बताता।।
इस सकल संसार में शिक्षक वही है
स्वप्न को जो पूरा करना है सिखाता।।
ज्ञान के सागर की बूँदों के मलय से
ये खिलाता है जेहन की क्यारियाँ।।
उचित, अनुचित, सत्य की पहचान देकर
दूर करता मन की सब दुश्वारियाँ।।
अधर्म से लड़ते हुए निज धर्म की
रक्षा करने का हुनर, कौशल दे जाता।।
इस सकल संसार में शिक्षक वही है
स्वप्न को जो पूरा करना है सिखाता।।
न कभी रुकना समर में हारकर
चलते रहना ठोकरों को झेलकर।।
मुस्किलें चाहें कठिन अवरोध हों पर
मुश्किलों से लड़ना है दिल खोलकर।।
ऐसे जज्बों को सतत संधान से
जो हमारे रोम-रोम में है बसाता।।
इस सकल संसार में शिक्षक वही है
स्वप्न को जो पूरा करना है सिखाता।।
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments