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तपती धूप के बाद
बारिश का यूं आना
पूरी धरती को यूँ
सुकून से भर जाना
ठीक वैसा ही
अनुुुभव है जैैसे
एक अरसे के बाद
तुमसे होता है मिलना
आँँखेंं नम है खुशी से
इस नमी का कोई मोल नहीं
तुमसे मिलकर अरसों बाद
मन वृंंदावन से कम नहीं
बंजर जमीन पर बारिश
कि बूंंदे जैसे पड़ती है
ठीक वैैसे ही तेरा आना
मुझ पर असर करती है
जैसे बारिश के आने सेे
धरती जश्न मनाती है
वैसे ही तेेरे आने सेे
मैं भी जश्न मनाती हूँँ।।
~शाालिनी
बारिश का यूं आना
पूरी धरती को यूँ
सुकून से भर जाना
ठीक वैसा ही
अनुुुभव है जैैसे
एक अरसे के बाद
तुमसे होता है मिलना
आँँखेंं नम है खुशी से
इस नमी का कोई मोल नहीं
तुमसे मिलकर अरसों बाद
मन वृंंदावन से कम नहीं
बंजर जमीन पर बारिश
कि बूंंदे जैसे पड़ती है
ठीक वैैसे ही तेरा आना
मुझ पर असर करती है
जैसे बारिश के आने सेे
धरती जश्न मनाती है
वैसे ही तेेरे आने सेे
मैं भी जश्न मनाती हूँँ।।
~शाालिनी
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