यौवन
सहस्त्र ही यौवन मदमया
भ्रमर ने आकांक्षाये भी पाली II
मादकता के इस श्यामल मन में
नयनों का प्रभुत्व, सावन के ह्रदय पर II
यौवन का स्पर्श था या नभ का आलिंगन
ललाट का तेज और मुख की मोहकता II
कामिनी कोमल ह्रदय में
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