
जन-गन-मन के बोल जय हिन्द का नारा है, देश हुआ था आज़ाद आज स्वतंत्रता दिवस हमारा है,
गालियाँ- कुचे हर चौराहे झंडा हम फहरायेंगे,
वो बात अलग है कल उसको नाली में भी बहाएँगे,
भगत सिंह, आज़ाद को आज ज़िंदा करके लाना है,
कल फिर उनको दफ़नादेंगे, आज स्वतंत्रता दिवस मनाना है,
चेहरे पर लाली दमक रहीं, हाथों में गुलाब है,
हर मुँह पर वो क़िस्से है, हम सूरवीर के लाल है,
वीर शहीदो की बातें चहूँ ओर-ओर है फैलानी
शाम होने तक बस वो कुछ क़िस्से बनकर रह जानी,
जाने कौन हुए थे वो लोग जो शीश अपना कटा गये,
मात्र भूमि की रक्षा में लहूँ अपना बहा गये,
ख़ाने को ना रोटी थीं, ना तन ढकने को कपड़ा था,
घास-फूस खाते थे जिसका, वो वतन उनका अपना था,
चलों याद करें हम उनको, कुछ आँसू बहाते है,
What's app पर Happy Independence Day लिखकर अपना "स्वतंत्रता दिवस" हम मानते है।
-जय हिन्द !
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