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सोचने की आजादी

vandana Aryavandana Arya May 22, 2022
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एक लड़की जिसको हर काम करने की आजादी है
पर बात शादी की है, तब उसे कुछ कहने की आजादी नहीं,बात घर की हो या बाहर की
उसे कुछ बोलने की आजादी नहीं, ये कहा क्या
न्याय है साहब, शादी मां बाप की  सहमती,
उनके पसंद के लड़के से हो, इस बात से लड़कियों को कोई दिक्कत नही, पर? लड़की को उस शादी से दिक्कत है ये बोल दे तो बुरी? मैं ये नही कहती की
शादी मत करो, पर देख तो लो लड़की खुश है या नहीं, ना जाने ऐसा रीत किसने बनाई, सब तो ठीक है
मगर लड़की अपने मन की बात कहे तो बुराई
ये तो गलत बात है मेरे तरीके से, मगर घर वालो
दुनिया वालो की नजर में ,वो लड़की बहुत बुरी है
क्यो बुरी है उसे जीने का हक नहीं है उसे अपने मन की बात कहने की आजादी नहीं है???
क्या उसे अपने तरीके से सोचने की आजादी नहीं है??

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