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वक्त को मुट्ठी में,
कैद किया नहीं जा सकता,
जो गुजर गए हैं पल,
उनकेे सहारे जिया नहीं जा सकता।।
सीमा सूद ✍️ स्वरचित रचना
दोराहा (जिला लुधियाना)
कैद किया नहीं जा सकता,
जो गुजर गए हैं पल,
उनकेे सहारे जिया नहीं जा सकता।।
सीमा सूद ✍️ स्वरचित रचना
दोराहा (जिला लुधियाना)
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