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दो साल मैं बैठा रहा।
समय कभी बैठता नहीं-
वह दौड़ता है घोड़े की तरह।
मैं उसके साथ दौड़ नहीं पाया-
यह अफसोस की बात है।
क्यों मैं दौड़ नहीं पाया?
इसलिए कि मेरे पास नौकरी नहीं थी।
क्यों मैं गिर नहीं गया?
इसलिए कि मेरा मन सोचना नहीं बंद किया। No posts
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