अमृता सी तुम's image
Share0 Bookmarks 47210 Reads1 Likes
न कोई तपिश मिले, न तुझपे कोई बोझ हो
मुझे हिज़रत मंजूर है गर रक़ीब इमरोज़ हो

नफ़रत की इस फिज़ा में जो भी इश्क़ करे

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts