अमृता सी तुम's image
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न कोई तपिश मिले, न तुझपे कोई बोझ हो
मुझे हिज़रत मंजूर है गर रक़ीब इमरोज़ हो

नफ़रत की इस फिज़ा में जो भी इश्क़ करे

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