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मां का बालों में तेल लगाना
बुझे मन से स्कूल को जाना
पहुंचते ही दोस्तों का मिलना
घंटी बजते उदास हो जाना
छुट्टी होते ही दौड़ लगाना
ऐसा था बचपन का जमाना।
बर्फ वाली आइसक्रीम के ठेले
अक्सर मिलते थे हर मेले
अनारदाने की छोटी सी पुड़िया
थोड़े में ही ढेर सारी खुशियां
थी सिरहाने रहती इक गुड़िया
कुछ ऐसी थी बचपन की दुनिया।
गर्मी की छुट्टियों का आना
रोम रोम पुलकित हो जाना
आम के बागीचों में जाना
पेड़ पे चढ़ हर्षित हो जाना
ऐसा था अपना वो जमाना
बचपन के दिन भूल न जाना।
__सौरभ ✍️✍️
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