
Share0 Bookmarks 82 Reads1 Likes
सूर्य को दुर्लभ समझना,
यह तुम्हारी ही तो गलती;
यह तुम्हारी सोच ही है,
जो विचारों में है पलती।
यह तुम्हारी ही तो गलती;
यह तुम्हारी सोच ही है,
जो विचारों में है पलती।
No posts
No posts
No posts
No posts
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments