समुन्दर के उस पार's image
1 min read

समुन्दर के उस पार

Sarvesh PathakSarvesh Pathak June 16, 2020
Share0 Bookmarks 130 Reads0 Likes

आज खामोश फिर बैठा हूँ मै

समुन्दर के इस पार 


उनके सवाल आज भी हैं वही 

वो पूछते हैं कौन हूँ मैं

इतने राज क्यूँ हैं मन में मेरे |


आज कुछ है कहने को और बताने को

आज खामोश फिर बैठा हूँ मै ||


तपती धुप में अगर एक पत्ते की छाँव महसूस कर पाते 

तो ये जान जाते क्या महसूस करता हूँ मैं

भरी बरसात में अगर एक नाख़ूनभी सुखा रख पाते

तो ये जान जाते कितना अकेला हूँ मैं

बेकाबू भीड में खुद को रोक पाते

तो ये जान जाते कितना संभला हूँ मैं

ठंडी रात में चाँद की तरह बेख़ौफखुले सो पाते

तो ये जान जाते किस तपन में हूँ मैं


ये तो फासलें हैं हममे 

इसका गुनेहगार हूँ मैं l


लेकिन फिर भी , समुन्दर के उस पार जो आइना है 

उसके इस पार खुदको और उस पार मुझे देख पाते 

तो ये जान जाते की कौन हूँ मै ||

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts