पहचान...?
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पहचान...? (ये पंक्तियां आज के युवा पीढ़ी को समर्पित)

Sanket Kailas BharekarSanket Kailas Bharekar March 24, 2023
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मैं कौन हूं ?
हर रोज मै खुदसे यही सवाल करता हूं

मैं एक युवा हु इस देश का
जो अक्सर धर्म और जाति के वाद मे बाटा जाता हूं

मैं एक हिस्सा हु उस देश का
जो हमेशा ऊंच नीच के भेदभाव में घसीटा जाता हूं

मैं एक चेहरा हु ऐसे देश का
जो अमन के नाम पे हुए दंगे फसाद में कुछला जाता हूं

मैं वो युवा हु मेरे देश का
जो बेरोजगारी  महामारी के दलदल में फेंक दिया जाता हूं

मैं वो युवा हु मेरे देश का
जो आजाद होके भी गुलामी की ज़ंजीरों में बांधा जाता हूं

मैं वो प्रतीक हु मेरे देश का
जो अन्याय होते देख भी अंधेपन की पट्टी में ढक दिया जाता हूं

मैं वो साक्षर हु मेरे देश का
जो सबकुछ समझते हुए भी नासमझ होने का ढोंग करता हूं

मैं वो युवा हु मेरे देश का
जो युवा होते हुए भी लाठी के सहारे चलाया जाता हूं...।।।।

मैं कौन हूं ?
हर रोज मै खुदसे यही सवाल करता हूं....समाप्त.

©संकेत कै भरेकर

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