एहमियत's image
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मेरी जिंदगी में तेरी एहमियात उतनी ही हैं ,
जितनी कागज की खाली खिताब में ,
वो पन्ने शायद मै कभी भर भीं दू
मगर तू तो वो खाली कागज हैं जो फटके भी अधुरा हैं...
©संकेत कै भरेकर

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