shiddat's image
Share0 Bookmarks 31396 Reads0 Likes
दिल में बसे दर्द को दिखाता कौन है 
किसी के खान्धे पर सर राख कर अब रोता कौन है

दिन गुज़रता नहीं था जिनका कभी हमारे बगैर
पूछते  है वो आज सबसे, के ये शख्स कौन है

जितने भी थे दोस्त मेरे, सब खुदगर्ज़ निकले
बड़ा ग़ुरूर था हमे, के मेरा यहाँ दुष्मन कौन है

बरसो बाद आज किसी ने मेरे दर पर दस्तक दि

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts