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बरसने दे इनायतोंके अहसान मुझपर
थम जानेपर बारिश अच्छी नहीं लगती
न हाथ थामा है न दिलसे दिल मिले है
रूखी सुखी मुलाकात अच्छी नहीं लगती
दिनरात फिक्र करती हो और मिलके तग़ाफ़ुल
मुझे तुम्हारी ये आदत अच्छी नहीं लगती
महसूस कर रहा हूँ रूहका जिस्मसे छूटना
तुमसे ब
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