न टूटने का सलीक़ा आया,
न तोड़ने का हुनर पाया,
जिससे भी मिले हम,
दिल खोल के मिले,
किसी ने गले लगाया,
किसी ने हमें आज़माया।
इश्क़ जब भी किया,
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