अंधेरों से लड़ने की ज़िद में's image
1 min read

अंधेरों से लड़ने की ज़िद में

sandysoilsandysoil June 16, 2020
Share0 Bookmarks 262075 Reads2 Likes

अक्षर रेत पर लिखे मैने,

बैर हवाओं से कर बैठा।

टूटी कश्ती ले चला समंदर,

बैर लहरों से कर बैठा।

अहमक़, हूँ, नादाँ हूँ मैं,

अंधेरों से लड़ने की ज़ि

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts