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ये धरती है मेरा मान ।
ये दिलाती है मुझे सम्मान।
पेशे से एक किसान हूँ।
दिन रात मेहनत करता हूँ।
इस माटी में बीज बोता हूँ;
जिस में बसती है मेरी जान।
सिंचाई इसकी करता हूँ।
खाद इसे देता हूँ।
पसीना अपना बहाता हूँ।
खेतों में उगती फसल ही है मेरी पहचान।
पढा-लिखा कम हूँ।
पर मौसम की मनोदशा समझता हूँ।
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