Share0 Bookmarks 0 Reads2 Likes
उसके आने की आहट से,
मन में उत्साह भर आया;
उसकी किलकारियां सुन,
खुशी की लहर दौड़ पडी;
हसीन ज़िन्दगी की रौनक और भी बढ़ गई।
हमें प्यारी सी बिटिया,
और राजा-भाई को बहना-रानी मिल गई।
हमारी गृहस्थी पूरी हो गई।
वह बेटी जब पढ़-लिख कर,
अपने पैरों पर खडी हुई,
हमारी खुशी दुगुनी हुई।
कभी उसकी नादानियों ने परेशान किया।
तो कभी उसकी समझदारी ने सिर गर्व से ऊंचा किया।
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments