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कविता - "कविता क्या है?"
कभी ख्याल,कभी सच,
कभी फ़साना है कविता,
विरह का गीत है कभी
तो मिलन का अफसाना है कविता।
प्रेमी है,प्रेम है,प्रेयसी है कविता,
मयकशो के लिए मयकशी है कविता।
पहली बार अपने बच्चे को देखकर
महसूस होने वाला सुख है कविता।
कामयाबी पर,
भुला दिए जाने वाले संघर्षो का दुःख है कविता।
पिता का प्रेम है, त्याग है कविता,
माँ का समर्पण और विश्वास है कविता।
कविता कलम है कभी
तो कभी कलम से निकले जज्बात है कविता।
जो है अनकहा,वो लिखा एहसास है कविता।
भूखे को रोटी का
प्यासे को पानी का
दरिया में रवानी का
मोहब्बत में ज़िन्दगानी का
मजबूर की बेबसी का
एहसास है कविता
है कभी मुश्किल,
तो कभी आसान है कविता।
हम जैसे बेघरों के लिए
घर का साज-औ-सामान है कविता।
जो कभी मुकम्मल न हो सका,
वो अधूरा अरमान है कविता।
©- Salma Malik
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