Share0 Bookmarks 218055 Reads0 Likes
जाने ये कौनसी बात है जो मुझे सता रही है
मन में तो है पर होंटो पर नहीं आरही है
कहू की नहीं कहू ये मैं सोचता हूँ
इस बात का जवाब ख़ुद ही मैं खोजता हूँ
समझ लोना इन बातो को आँखों से ही
रहने दो ना कुछ बाते अनकही ही
होगा क्या कहने के बाद उसी का डर है मुझे
कही गलती से खो न दु तुम्हे
यही फिकर है मुझे
प
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments