
Share0 Bookmarks 41 Reads0 Likes
कैसी कैसी याद मिटाए जाते हो
तुम तो मेरा नाम भुलाए जाते हो
जब देखो तब बात पकड़ते रहते हो
जब देखो तब हाथ छुड़ाए जाते हो
इक वादा फिर उसे निभाने का वादा
कैसे कैसे ख़्वाब दिखाए जाते हो
अपनी धुन में जाने क्या क्या कहता हूँ
दिल पे मेरी बात लगाए जाते हो
फूलों की क़िस्मत है खिलना मुरझाना
क्यूँ सफ़्हों में इन्हें सजाए जाते हो
- साहिल
Twitter: @Saahil_77
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments