शर्त's image
Share0 Bookmarks 35 Reads0 Likes

ये मेरे पाँव के जो छाले हैं

बड़े नाज़-ओ-ने'अम से पाले हैं


तेरी तस्वीर को जलाना था

तेरी तस्वीर को संभाले हैं


वो अंधेरों के कारोबार में है

उसके घर में बड़े उजाले हैं


शर्त हारेंगे हम ही, शर्त रही

हमने सिक्के बड़े उछाले हैं


ज़हर पिलाओ या कि मय भर दो

मेरे हाथों में ख़ाली प्याले हैं


- साहिल

Twitter: @Saahil_77

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts