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हमारा सामजिक परिवर्तन और बदलते सामजिक मूल्यों का परिणाम यह है की हम मानवीय संवेदनाओं से दूर होते जा रहें हैं ।
क्या हमारे रिश्ते और उनमें समर्पण और निष्ठा का भाव विलुप्त हो रहा है और हम आज अपने नैतिक मूल्यों और उत्तरदायित्व से भाग रहे हैं ।
यह एक बहुत बडी सामाजिक समस्या है, जो दिन पर दिन विकट होती जा रही है ।
जो माता पिता अपन
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