वक्त को पीछे ले जाओ's image
Kavishala DailyPoetry1 min read

वक्त को पीछे ले जाओ

Sahdeo SinghSahdeo Singh February 20, 2023
Share0 Bookmarks 62 Reads0 Likes

वक्त को पीछे ले जाओ

सोचो बचपन के वो दिन

जब साथियों के साथ खेलना मस्ती करना

ना खाने की चिंता ना जमाने की

दोस्तों संग बेफिक्र जीवन,

जिसमें मस्ती भी थी खुशियां भी

मां को खाना खिलाने के लिए हमारे

पीछे पीछे भागना पड़ता था,

वो प्यार भरी घुड़की वो कान पकड़ना

कितना सुखदायी और मनोरम था,

अब बड़ा होकर जिम्मेदारियों के तले

अपनी हर खुशियां न्योछावर कर हम

अपने जिम्मेदारियों को जीते हैं

वो बचपन के दिन पचपन में भी

बस कल की बात लगते हैं ।

जिंदगी के बढ़ते पड़ाव में ना जाने हम

कितने अपनों को खोया जो हमारी

खुशी के लिए जीते थे ।

काश ! वो दिन वापस आ सकता है

क्या वक्त पीछे जा सकता है, शायद नहीं !

पर हम उन सुनहरे पल को अपनी यादों

में जी तो सकते हैं ।।

अपने बचपन के सुनहरे पलों को याद

कीजिए शायद रिश्तों की अहमियत का

एहसास हो जायेगा ।।

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts