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एक तोता एक मैना,
दोनों मित्र करते हैं बैना,
बडी मुसीबत घिर आयी है,
चारों तरफ उदासी छायी है,
सबके चेहरों की मुस्कान,
गुम हो गयी ऐसा है भान,
चारों तरफ हाहाकार मचा है,
जीवन पर कोहराम मचा है,
रूदन क्रंदन से गूंजती दिशायें,
जीवन पर महाकाल के साये,
खुशियाँ जैसे गुम हो गयी,
जीवन गति शून्य हो गयी,
बहुत उदासी है मेरे भाई,
समाप्त हो गयी जीवन तरुणाई,
कब तक यह माहौल सुधरेगा,
हम सबमें उत्साह जगेगा,
फिर से कब नयी सुबह होगी,
खुशियों की बारात सजेगी,
चहचाहट से गूंजेगी दिशाएं,
हर चेहरे मुस्कान से खिल जाएं ।।
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