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तेरी हस्ती नहीं

Sahdeo SinghSahdeo Singh April 10, 2023
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तेरी हस्ती नहीं जो तुझे सम्मान मिले

तुम एक भीड़ के गुमशुदा चीज हो

जो तुझे कोई नाम मिले,

तुम इंसान नहीं जो तुम्हारे कदमों

को नापा जाए,

तुम्हारे हक के लिए आवाज उठाया जाए

तुम एक लोकतंत्र की गिनती हो

जिसे वोट मानकर सियासत की जाए ।

तुम समाज के गुमनामी के गणित

जिसका हिसाब अंगुलियों पर गिना जाता है

सत्ता के सियासत में वोट गिना जाता है ।।

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