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जिंदगी की चाहतें जब
सपना बन के रह जाएं
आरजू के हर फूल बिखर
कर सुख जाएं,
मेरे अरमानों की अर्थी पर
बिखरी सूखी पंखुड़ियां
मेरे टूटे सपनों की कहानी
बनकर रह जाएं ।
उम्मीद आज भी कायम है
कुछ खास तो होगा
जो आज है मौसम वो कल ना होगा
बदलते वक्त की घड़ियां यही
हकीकत बयां करती
जहां आज रात की कालिमा
वहां कल सुबह का उजाला तो होगा ।।
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