
Share0 Bookmarks 23 Reads0 Likes
सियासत बिछ गई है शब्द तीर की,
मजहबी आस्था की शमशीर की,
हिंदू मुस्लिम दोनों की आस्था घायल
हो गई,
जब एक दूसरे के आस्था पर चोट की
सियासत हो गई,
अब तो बिछ गई चादर सियासत की
मोहरों पर दाव लग गया,
कानूनी शिकंजा कस रहा हिंदू मुस्लिम
दोनों उलझ कर रह गया ।।
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments