Share0 Bookmarks 31477 Reads0 Likes
रिश्तों की दुनिया में अकाल आ गया
हर रिश्तों की विश्वसनीयता पर सवाल आ गया
इंसान के जीवन का सफर रिश्तों बिन अधूरा
जब रिश्तों में हानि लाभ का मिसाल आ गया ।
एक दौर था जब सभी रिश्तों में जीते थे
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments