
Share0 Bookmarks 97 Reads0 Likes
अपने पसीने की स्याही से जो इबारत
लिखते हैं,
उनके किस्मत के पन्ने कभी कोरे नहीं
रहते,
अपने मेहनत से बुलंदियों को जो छूते हैं, No posts
No posts
No posts
No posts
अपने पसीने की स्याही से जो इबारत
लिखते हैं,
उनके किस्मत के पन्ने कभी कोरे नहीं
रहते,
अपने मेहनत से बुलंदियों को जो छूते हैं, No posts
No posts
No posts
No posts
Comments