नाउम्मीद's image
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नाउम्मीद होकर जिंदगी जी भी नहीं सकते

उम्मीद की रोशनी में ही जीने की तमन्ना होती है

वैसे तो रात कितनी भी लंबी हो मगर

सूरज निकलते ही उजाले की कशिश होती है ।

सारी कायनात हमें कुदरत का करम दिखाती है

पर हम इंसानों में सबुरी कम होती है

हाल

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