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नहीं भूल सकता वो बिसरे हुए दिन,
जिसमें छलकती खुशियां हर दिन,
दोस्तों के साथ खेलते दिन भर,
नहीं कोई गम ना कोई फिकर,
मां के ममता की वो प्यारी झिड़की,
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नहीं भूल सकता वो बिसरे हुए दिन,
जिसमें छलकती खुशियां हर दिन,
दोस्तों के साथ खेलते दिन भर,
नहीं कोई गम ना कोई फिकर,
मां के ममता की वो प्यारी झिड़की,
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