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मेरे अल्फाज साज बन जाएं
जीवन के हर पड़ाव पर संगीत बन
गुनगुनाए जाएं,
किसी मजलूम के मायूस होठों पर
चंद लम्हे के लिए मुस्कान बन जाएं,
खुदा कसम वो पल मेरे जीवन का
अनमोल क्षण हो जाए ।
कोई रचना जब एक चिराग की रोशनी
बनकर,
निराशा के घने बादलों को चीरकर
आशा की ज्योति बन जाए,
वो पल संगीत लहरी की धुन बन
अंतरात्मा को झंकृत कर जाए ।।
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