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आंखों में चाहत दिल बेचैन है,
आज मेरे साथी का दिन भर का मौन है,
होंठ बन्द हैं मगर इशारों का राज है,
समझ कुछ आया तो अपना अंदाज है,
बिन बोले दिन कटता नहीं उदासी में,
क्या करें साथी बिना अपना कौन है,
आज मेरे साथी का दिन भर का मौन है ।
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