Share0 Bookmarks 48172 Reads0 Likes
मत कहो कि तुम क्या हो,
शख्सियत बयां करेगी तुम्हारी अदद हैसियत,
खुद से बताओगे गर अपनी शख्सियत
हैसियत,
आलोचनाओं में उलझोगे फीकी हो
जाएगी तुम्हारी काबिलियत,
सूरज का जहां मे रूतबा रोशनी
जहां को मिलत
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments