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स्त्री का सम्मान करो
पुरुष होने का ना अभिमान करो,
नियति, प्रकृति धरती तीनो
स्त्री रुप
जब जब अधर्म होगा स्त्री
पर तीनों होंगी विपरीत
नियति विरुद्ध होगी पाप के,
प्रकृति होगी विपरीत,
धरती पापी का भार ना सहेगी,
तीनों मिलकर पापी का
करेंगी सर्वनाश ।
गीता का उपदेश यही है,
श्री कृष्ण का यही उवाच,
एक अधर्म द्रोपदी चीरहरण,
कारण कौरव का सर्वनाश ।।
Respect woman
Don’t be proud to be a man
destiny, nature earth female
form whenever there is
unrighteousness a woman <
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