
Share0 Bookmarks 55 Reads0 Likes
एक रोटी को भी तरसते
हैं कुछ लोग,
भूखे ही रहकर सो जाते हैं
कुछ लोग,
यह कैसी विडम्बना है
या जीवन की हकीकत,
यह देखकर भी अनदेखा
कर जाते हैं कुछ लोग ।
इंसानियत के दिवालियपन,
No posts
No posts
No posts
No posts
एक रोटी को भी तरसते
हैं कुछ लोग,
भूखे ही रहकर सो जाते हैं
कुछ लोग,
यह कैसी विडम्बना है
या जीवन की हकीकत,
यह देखकर भी अनदेखा
कर जाते हैं कुछ लोग ।
इंसानियत के दिवालियपन,
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments