ख्वाहिशों में उफान's image
Kavishala DailyPoetry1 min read

ख्वाहिशों में उफान

Sahdeo SinghSahdeo Singh March 20, 2023
Share0 Bookmarks 46 Reads0 Likes

ख्वाहिशों को उम्र बांध नहीं सकती

दूरियां थका नहीं सकती

असफलताएं रोक नहीं सकती

ये वो जज्बा है जो हर बांध को तोड़कर

मंजिल का रास्ता ढूंढ लेता है ।

मत सोचो तुम उम्र की किस पड़ाव पर हो

अपने जुनून को हर हाल में जिंदा रखो

जब तक जिस्म में जान है

ख्वाहिशों में उफान है ,

बढ़ते रहो दूरियां खुद ब खुद मिट जाएंगी ।।

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts