Share0 Bookmarks 211401 Reads0 Likes
“काँटों के बीच खिले फूल”
काँटों के झुरमुट में खिले फूल,
अपने खुशबू बिखेर रहें हैं,
इनको गिला नहीं है कोई,
अपने आस पास बिखरे शूलौं से,
शूलौं के बीच रहकर होठों पर,
सदा मुस्कान,
खुशबू बिखरते हैं ना शिकवा,
ना कोई अभिमान ।
प्रकृति का सन्देश
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments