
Share0 Bookmarks 51 Reads0 Likes
दौड़ रहे कैमरा लेकर कुछ सच दिखाने को
जो दिखाते हैं सच लोकतंत्र बचाने को,
कुछ कड़वी हकीकतें पीछे छूट जाती है,
बहुत कुछ सच राजनीति प्रेरित होती हैं ,
लोकतंत्र की सच्चाई कुछ और बयां करती है
जो कभी कैमरे में कैद नहीं होती है
मीडिया भी बाजार का व्यवसाय बन गया
प्रचार प्रसार का हथियार बन गया,
लाखों करोड़ों में विज्ञापन दिखाए जाते हैं
आम अवाम की हकीकत नहीं कुछ और
दिखाए जाते हैं ।
जो कैमरा में कैद होता है वह पूरा सच नहीं
सच वह है जो कैमरा में है मगर
स्क्रीन पर नहीं ।।
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments