
Share0 Bookmarks 91 Reads0 Likes
जीवन एक बीज की
तरह उगता है,
धीरे धीरे बडा होकर
वृक्ष बन जाता है,
जैसे वृक्ष धूप, वर्षा,
आंधी तूफान सहकर भी,
अपनी जड़ें जमाकर
सदा लहलहाते रहता है ।
मनुष्य का जीवन भी
धीरे धीरे बढता है,
तमाम चुनौतियों से लडते हुए
अपने लक्ष्य की तरफ निरंतर
अग्रसर होते हुए जीवन
यात्रा पूरी करता है ।।
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments