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जीत जाना मेरी आदत है
हार मानना मेरी फितरत नहीं,
मैं वो बाजीगर हूं जिसका मुकाबला करना
दुश्मन की जुर्रत नहीं ।
हर दिन नई लकीरें बनाता हूं
मिटाता भी हूं खुद से,
फिर एक नई लकीर बनाकर
दुश्मन को उलझाता हूं खुद से
जीत की नई रणनीति का हुनर
हमारी काबिलियत औरों में नहीं
फलक पर चमकता सितारा हूं
बुझते चिराग का किनारा नहीं ।।
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