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आगे भी जीरो पीछे भी जीरो
जीरो जीरो ही नजर आएगा
जिस दिन जीरो के आगे एक
लग गया,
जीरो असंख्य बन जायेगा ।
किसी के हालात पर इतना भी
ना अपमान करो,
जो वक्त की मुट्ठी में बंद है
जिस दिन बंद मुट्ठी खुल जायेगी
जीरो की हकीकत बदल जायेगी ।।
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