Share0 Bookmarks 45278 Reads0 Likes
है प्रीत हमारी रीत सदा
फिर नफरत क्यों फैलाते हैं,
हिंदू मुस्लिम के नाम पर
अवाम में जहर फैलाते हैं,
सदियों की अपनी संस्कृति है
हम भाई चारा सदा निभाते हैं
हम एक दूजे के सुख दुख में
भाई बन हाथ मिलाते हैं ।
<No posts
No posts
No posts
No posts
Comments