Share0 Bookmarks 47755 Reads0 Likes
गुमशुदा होकर भी सुकून पा ना सका
एक अनचाही खामोशी में कैद होकर रह गया
सदा मुस्कान जिस चेहरे पर बिखरती रहती
एक मायूसी को परवान हो गया ।
<No posts
No posts
No posts
No posts
गुमशुदा होकर भी सुकून पा ना सका
एक अनचाही खामोशी में कैद होकर रह गया
सदा मुस्कान जिस चेहरे पर बिखरती रहती
एक मायूसी को परवान हो गया ।
<No posts
No posts
No posts
No posts
Comments