
Share0 Bookmarks 33 Reads0 Likes
मुझे इज्जत शोहरत की लालच नहीं
अपनी गुमनामी में ही सुकून है मुझे,
जो करते दिखावा अपनी कामयाबी का,
वक्त उनका भी एकदिन बदल जाएगा,
समय बदलता रहता सदा कभी रुकता नहीं
फिर ये रंगीनियां नहीं रहेंगी सदा,
जिंदगी चार दिन की चांदनी है समझो,
कभी पूनम कभी अमावस बदल जाएगा ।
फक्र करते हैं जो अपनी कामयाबी का,
है मुबारक उन्हें उनकी कामयाबी का,
बादलों में सूरज सदा छिपता नहीं,
तेज उसका भी एक दिन निखर जाएगा ।।
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments